जैव विविधता क्या है

जैव विविधता क्या है? जानिए A-Z आसान भाषा में

हेलो दोस्तों, आज के इस लेख में हम जानेंगे कि जैव विविधता क्या है What is Biodiversity in Hindi? जैव विविधता कितने प्रकार का होता है, भारत में जैव विविधता क्या है? ऐसे कई महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में अध्ययन करेंगे तो चलिए बिना कीमती समय बर्बाद किये शुरू करते है।

जैव विविधता क्या है What is Biodiversity in Hindi?

इस ग्रह पर जितने भी जीव है। सभी एक दूसरे से जुड़े हुए है। वैज्ञानिको के एक आकलन के अनुसार हमारे पृथ्वी पर लगभग 8.7 मिलियन प्रजातियाँ पाई जाती है।

एक रिपोर्ट के अनुसार 8.7 मिलियन प्रजातियों में से 86%प्रजाति स्थल पर पाई जाती है। और 86% का 91% ख़ोज अभी समुद्रों में बाकि है। और इनका वर्णन के साथ-साथ सूचीपत्र भी बनाना बाकि है। हालाँकि वर्गीकरण में मानव को सबसे ऊँचे स्थान पर रखा गया है।

यानि की टॉप पर रखा गया है। लेकिन मानव को भोजन के लिए पेड़ पौधों और जानवरों पर निर्भर रहना पड़ता है। और जानवरों को कई स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है।

जैसे- काम काज करने के लिए , खेती करने के लिए , पालतू जानवर के रूप में और भी दूसरे काम के लिए किया जाता है। आर्थिक लाभ के लिए भी किया जाता है।

जानवरों को और उनके व्यवहार, निवास स्थान, उनकी विशेषताओ और उनके विकासवादी सम्बन्धो को समझना बहुत जरुरी होता है।

जरूर पढ़ें -  आर्थोपोडा तंत्रिका तंत्र | परिचय, संरचना, घटक, कार्य, विशेषता
जैव विविधता क्या है
जैव विविधता क्या है

विश्व में जीवन की विविधता

लगभग सभी स्थानों पर पेड़ पौधे और जानवर पाए जाते है। उथले लैगून से लेकर गहरे महासागरों तक, धुर्वीय हिमशैल से लेकर गर्म ज्वालामुखी झरने तक, उष्णकटिबंधीय वर्षा जंगल से लेकर सूखे और सूखे रेगिस्तानो तक। वहां विभिन्न प्रकार के प्रजातियाँ जो विविध पारिस्थितिक तंत्रों में सफलतापूर्वक रहने के लिए अनुकूल होते है।

A.G. Tansley के अनुसार – पारिस्थितिकी तंत्र जैविक कारक और अजैविक कारक और उनके आन्तरिक संबंधो का एक समुदाय है। 

एक विशेष पारिस्थितिकी तंत्र में प्रजातियों का एक बड़ी संख्या में उपस्थिति को जैव विविधता कहा जाता है। जैव विविधता शब्द का प्रयोग सबसे पहले वाल्टर रोजेन (1985) ने किया था। और इसे E.D. Wilson ने परिभाषित किया

हमारे पृथ्वी पर विभिन्न प्रकार के जीव भरे पड़े है। वे विभिन्न वातावरण मे रहते है।  वर्तमान में 2.5 मिलियन प्रजाति के जीवो को वैज्ञानिक नाम दिया जा चुका है।

जिनमे 1.5 मिलियन से ज्यादा जंतु प्रजाति तथा 7.5 लाख केवल – केवल कीड़ों – मकोड़ों के सदस्य है। 3.5 लाख पौधों के प्रजाति जिनमे शैवाल (Algae), कवक (Fungi), काई (Mosses) और उच्चतम रूप के पौधे शामिल हैं

Biodiversity दो शब्दों से मिलकर बना है।

Bio + Diversity Bio का अर्थ = जीवित वस्तुए और Diversity का अर्थ = विभिन्नताये होता है। 

इस प्रकार जीव जंतु, पेड़ – पौधे तथा फ़सलों एव उनके वातावरण के बीच पायी जाने वाली विभिन्नताओं को जैव विविधता कहते है।

0000

Biodiversity को हिंदी में “जैवविविधता” कहते है। 

जैव विविधता क्या है इस के बारे में हम लोगो ने तो जान लिया है अब हम लोग जैव विविधता के प्रकार के बारे में जानेंगे।

जरूर पढ़ें -  उत्परिवर्तन क्या है? जानिए A-Z, आसान भाषा में, Mutation in Hindi

जैव विविधता कितने प्रकार के होते है? How manye types of Biodiversity in hindi?

जैव विविधता 3 प्रकार के होते है।

  1. आनुवंशिक विविधता (Genetic diversity)
  2. प्रजाति विविधता (Species diversity)
  3. पारिस्थितिकी तंत्र विविधता (Ecosystem diversity)

आनुवंशिक विविधता (Genetic diversity)

आनुवंशिक विविधता वह विविधता होता है। जब एक ही प्रजाति के जीवो के जीनो में विभिन्नताये पाई जाती है तो उसे आनुवंशिक विविधता कहते है।

प्रजाति विविधता (Species diversity)

प्रजाति विविधता वह विविधता होता है। जब दो अलग- अलग प्रजाति जो विशेष क्षेत्र के अंदर रहते है तो उनके बीच जो विभिन्नताये पाई जाती है। उसे प्रजाति विविधता कहते है ऐसी विविधताओ का मापन उस क्षेत्र मे उपस्थित विभिन्न प्रजातियों की संख्या के आधार पर किया जाता है।

पारिस्थितिकी तंत्र विविधता (Ecosystem diversity) –

किसी एक ecosystem के  अंदर विभिन्न प्रकार के वनस्पतियां और जीव जंतु पाए जाते है इस प्रकार पाई जाने वाली विविधता को  पारिस्थितिकी तंत्र विविधता (Ecosystem diversity) कहते है। 

जैव विविधता क्या हैऔर जैव विविधता के प्रकार के बारे में जान लिया है। अब हम लोग भारत में जैव विविधता के बारे में जानेंगे।  

भारत में जैव विविधता (Biodiversity in India) – 
  • भारत देश विशाल जैव विविधता दर्शाती है। 
  • भारत में विश्व का 7% वनस्पति तथा 6.5% जंतु पाए जाते हैं।
  • भारत देश स्थानीय जंतु 62% है।
  • 12 देशों ने निर्धारित किया कि भारत जैव विविधता का एक बहुत बड़ा केन्द्र है।
  • सन 1999 में प्रत्येक राज्य के वन रिपोर्ट, सैटेलाइट डाटा तथा देखने के आधार पर भारत का कुल वन 6,37,293 sq. km मे फैला हुआ है। यह देश के भौगोलिक क्षेत्र का कुल 19.39% है| अगर इसे हेक्टेयर में बदले तो यह 64 मिलियन हेक्टेयर होगा।
  •  भारतीय वनस्पति मे 15 हजार पुष्पीय पौधे सम्मिलित हैं जिनमें लगभग 1500 प्रजाति के पौधे खतरे के मोड़ पर है।
  • भारत मे 372 प्रजाति स्तनधारी जंतु है।
  • भारत में 1228 प्रजाति पक्षियों की है। जो विश्व का कुल 13% है।
  • सरीसृप (reptilian) और उभयचर (amphibians) जंतु क्रमशः 446 और 204 प्रजाति सम्मिलित है।
  • क्योंकि विश्व में जीव विस्तृत रूप से फैले हुए हैं। हमें उपयोगी के साथ साथ हानिकारक जीव जंतुओं को पहचानने की आवश्यकता है। प्रत्येक मानव संस्कृति के एक प्राचीन क्रिया कलाप से जीवित वस्तु को विभिन्न वर्ग और नाम दिया जा चुका है। 
जरूर पढ़ें -  राइबोसोम क्या है? प्रकार, खोज, कार्य, Ribosome in Hindi

हम लोगों ने इस में क्या क्या जाना?

जैव विविधता क्या है , आनुवांशिक विविधता, प्रजाति विविधता,पारिस्थितिकी तंत्र विविधता के परिभाषा को जाना और भारत के जैव विविधता के बारे में जाना।

NEET के लिए कम्पलीट नोट्स बुक –

NEET Teachers के द्वारा एकदम सरल भाषा में लिखी गई नोट्स बुक 3 in 1, यानि कि एक ही किताब में जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान की कम्पलीट कोर्स। यदि आपको इसकी जरूरत है तो नीचे दिए गये बुक इमेज पर क्लिक कीजिये और इसके बारे में और भी जानिए।

दोस्तों आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा और जैव विविधता क्या है इसके बारे में दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे दोस्तों अगर यह पोस्ट आपको अच्छा लगा हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिये।

Thank You so much

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top