हेलो दोस्तों, आज के इस लेख में आप जानेंगे कि कोशिका चक्र क्या है? इसकी परिभाषा क्या है, इसे कितने अवस्थाओं में विभाजित किया गया है। कोशिका चक्र के बारे में और भी ऐसे कई प्रश्न हैं जिनके बारे में हम आगे अध्ययन करेंगे, तो चलिए बिना समय बर्बाद किये शुरू करते है।
कोशिका चक्र क्या है? Koshika chakra kya hai?
किसी भी कोशिका का जीवन चक्र उस कोशिका के निर्माण से लेकर उसका विभाजन होने तक के समय या प्रक्रिया को कोशिका चक्र कहते है।
चलिए इसे हम और भी आसान भाषा में समझते है। देखिये एक कोशिका है जो अपने आप को दो छोटे – छोटे कोशिकाओं में विभाजित कर लेती है। अब ये कोशिकाएं पहले विकास करेंगी उसके बाद विभाजन करेंगी तो विकास से लेकर विभाजन होने तक की प्रक्रिया कोशिका चक्र (Cell cycle) कहलाती है।
दोस्तों किसी भी कोशिका का जीवन चक्र पुत्री कोशिकाओं के निर्माण से शुरू होता है, और अंत्यावस्था (Telophase) के अंत में समाप्त हो जाता है, क्योकिं इस अवस्था के बाद कोशिका दो भागो में वभाजित हो जाती है, और फिर से कोशिका चक्र शुरू हो जाता है।
ये पुत्री कोशिकाएँ जो होती है वे जनक कोशिका से छोटी होती हैं। इसके अलावा, इनके केन्द्रक में जो डीएनए होता है वह जनक कोशिका के केन्द्रक में उपस्थित डीएनए की आधी होती है।
ये पुत्री कोशिकाएं अपने नये कोशिका द्रव्य और केन्द्रकीय पदार्थ का संश्लेषण करते है जिसके कारण इनका आकार बढ़ता है और तब तक संश्लेषण करते रहते हैं जब तक कि हर एक कोशिका की कुल मात्रा इसकी मूल मात्रा से चार गुना नहीं हो जाती है, और डीएनए जो होता है वह replication करके अपनी मात्रा दोगुनी कर लेता है।
इतना काम होने के बाद कोशिका दोबारा से विभाजन के लिए तैयार हो जाती है। यह प्रक्रिया बार – बार क्रम से होते रहते है इसी चक्र को कोशिका चक्र कहा जाता है।
दूसरे शब्दों में – कोशिका का विकास और विभाजन बार – बार चक्रीय क्रम में होते रहना ही कोशिका चक्र कहलाता है। यह दो अवस्थाओं में होता हैं।
- विकास अवस्था, या इंटरफ़ेज़
- विभाजन अवस्था
विकास अवस्था या अन्तरावस्था या Interphase –
यह अवस्था दो कोशिका विभाजनों के बीच का समय होता है। इस समय के दौरान, कोशिका उन सभी पदार्थों का संश्लेषण और भंडारण करती है जो कोशिका विभाजन के लिए जरूरी होती है। यह काम करने के बाद कोशिका अपने आप को विभाजित करने के लिए तैयार हो जाती है। इस समय को तैयारी अवस्था या Preparatory phase भी कहा जाता है। विकास करने की प्रक्रिया को तीन अवस्थाओं में बांटा किया गया है।
- G1-प्रावस्था (G1-substatge)
- S-प्रावस्था (S-substage)
- G2-प्रावस्था (G2-substage)
G1-प्रावस्था या सूत्री विभाजन के बाद की अवस्था और G0-प्रावस्था –
इस अवस्था में पुत्री कोशिका, कोशिका द्रव्य का संश्लेषण करती है जिसके कारण पुत्री कोशिका का आकार बढ़ता है। कोशिका द्रव्य के संश्लेषण में यह एंजाइम, mRNA, tRNA, राइबोसोम, प्रोटीन आदि का संश्लेषण करके उन्हें संग्रहित करता है, इसके साथ – साथ DNA replication के लिए जरूरी नाइट्रोजन क्षारो का भी संश्लेषण करता है। इस अवस्था में गुणसूत्र पतले, महीन धागों में फैले होते हैं और एक inter-woven क्रोमैटिन जाल बनाते हैं।
स्तनधारियों में कुछ कोशिकाए होती है जो विभाजन नही करती है उदाहरण के लिए, रक्त या तंत्रिका कोशिकाओं के लिम्फोसाइट्स, कोशिका चक्र इस अवस्था में एक बिंदु पर रुक जाता है। जिस बिंदु पर रुकता है उस अवस्था को G0 अवस्था कहा जाता है। और जब ऐसी कोशिका विभाजन के लिए तैयार होती है, तो वह G1 अवस्था में प्रवेश करती है।
2. S-प्रावस्था या डीएनए संश्लेषण प्रावस्था –
इस अवस्था में निम्लिखित कार्य होते है।
- इस अवस्था में डीएनए का replication होता है।
- हिस्टोन (प्रोटीन) का संश्लेषण होता है जो डीएनए से जुड़े होते हैं।
- इस अवस्था में कोशिका चक्र का लगभग 30-50% समय लगता है।
3. G2-प्रावस्था या सूत्री विभाजन के पहले की अवस्था –
इस अवस्था में, केन्द्रक में डीएनए की मात्रा दोगुनी होती है। इसमें राइबोसोमल RNA, मैसेंजर RNA और nucleolar RNA के संश्लेषण के कारण केन्द्रक द्रव्य की मात्रा अधिक हो जाती है। इतना ही नही कोशिका विभाजन के दौरान कोशिकाएं जरूरी प्रोटीन का संश्लेषण करती हैं। यह अवस्था कोशिका चक्र का केवल 10%-20% समय लेता है।
सूत्री विभाजन अवस्था (Mitotic Division) –
यह अवस्था कोशिका चक्र का अंतिम अवस्था होता है। इसे M–अवस्था भी कहा जाता है। यह अवस्था दो पुत्री कोशिकाओं को जन्म देती है। इस अवस्था को पूर्वावस्था (Prophase), मध्यावस्था ( Metaphase), पश्चावस्था (Anaphase ), और अंत्यावस्था ( Telophase) में बांटा गया है।
कोशिका चक्र में सबसे लंबा प्रावस्था कौन सा है?
कोशिका चक्र में सबसे लम्बी प्रावस्था विकास प्रावस्था होती है। इस प्रावस्था में कोशिका के अन्दर तीन उपप्रवास्थाएं होती हैं। G1, S और G2। इन तीनो में से सबसे अधिक समय S-substage लेता है। इस स्टेज में DNA का संश्लेषण होता है। विकास प्रावस्था कोशिका चक्र की 80% समय से अधिक अकेले ले लेता है। बाकि समय में कोशिका विभाजन का कार्य होता है।
Conclusion –
दोस्तों इस लेख में मैंने कोशिका चक्र क्या है इसके बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिक की है लेकिन फिर भी इसमें कुछ छूट गया है तो कमेंट करके जरूर बताइए और साथ ही साथ इसे किसी एक सोशल प्लेटफ़ॉर्म शेयर जरूर कीजिये।
धन्यवाद
FAQs –
कोशिका चक्र क्या है उत्तर?
किसी भी कोशिका का जीवन चक्र उस कोशिका के निर्माण से लेकर उसका विभाजन होने तक के समय या प्रक्रिया को कोशिका चक्र कहते है।
कोशिका विभाजन क्या है समझाइए?
जब एक कोशिका अपने आप को दो अलग – अलग भागो में विभाजित कर लेती है तो इस प्रक्रिया को कोशिका विभाजन कहते है। दूसरे शब्दों में – जब जनक कोशिका या मातृ कोशिका (mother cell) अपने आप को विभाजित करके दो पुत्री कोशिका का निर्माण करती है तो इस प्रक्रिया को कोशिका विभाजन (Cell Division) कहते है।
कोशिका चक्र का दूसरा नाम क्या है?
कोशिका चक्र का दूसरा नाम सेल डिवीज़न है ज्यादातर लोग कोशिका विभाजन को ही कोशिका चक्र समझते है
दो बेटी कोशिकाएं क्या है?
जब एक कोशिका अपने आप को दो छोटी – छोटी कोशिका में विभाजित कर लेती है तो इन छोटी – छोटी कोशिका को बेटी कोशिकाएं या Daughter Cells कहते है
महिला में सबसे बड़ी कोशिका कौन सी है?
किसी भी महिला में सबसे बड़ी कोशिका अंडाणु कोशिका होती है
सबसे बड़ी कोशिका का नाम क्या है?
विश्व में सबसे बड़ी कोशिका शुतुरमुर्ग के अंडे को कहा जाता है
जनक कोशिका क्या है?
जो कोशिका अपने आप को विभाजित करती है वह जनक कोशिका कहलाती है
सबसे छोटी कोशिका कौन सी है?
सबसे छोटी कोशिका माइकोप्लाज्मा गैलिसेप्टिकम होती है
कोशिका का जनक कौन है?
कोशिका को सबसे पहले वैज्ञानिक रॉबर्ट हुक ने देखा था इसलिए इन्हें ही कोशिका का जनक कहा जाता है
नर में सबसे बड़ी कोशिका कौन सी है?
नर में सबसे बड़ी तंत्रिका कोशिका को माना जाता है