हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे एक और नये आर्टिकल में, दोस्तों आज हम बात करने वाले है चावल (Rice in Hindi) के बारे जिसका उपयोग खाने में हम लोग रोज करते है यूँ कहे कि बिना Chawal के हम लोगो का पेट ही नहीं भरता है।
शायद आप लोग इतना ही जानते होगे कि यह एक खाने वाला पदार्थ है लेकिन आज हम जानेंगे कि यह किस फैमिली और वंश से है और इसकी उत्पत्ति कहाँ पर हुई इसका सबसे ज्यादा उत्पादन किन – किन देशो और प्रदेशो में होता है इत्यादि के बारे में जानेंगे तो चलिए शुरू करते है
चावल (Chawal) Rice in Hindi –
Chawal मानव जाति का प्रमुख खाने वाला पदार्थ है यह ग्रेमीनी कुल (family gramineae) के पौधे ओराइजा सैटाइवा (Oryza sativa) से प्राप्त होता है विश्व की आधी जनता पूर्ण अथवा आंशिक रूप से चावल पर निर्भर है Chawal की उत्पत्ति के विषय में यद्दपि ऐसा विश्वास है कि यह अफ्रीकन केंद्र से आया है फिर ऐसा प्रतीत होता है कि चावल को सबसे पहले चीन निवासियों से उगाया और भारत में चावल ग्रीक समय से पहले ही आ गया था
चावल का पौधा एक बड़ा एक वर्षीय शाक (large annual herb) है इस पौधे की उचाई लगभग दो से चार फीट तक होती है इसी पुष्पीय अक्ष में (Floral axis) में बहुत – सी शाखाये होती है तथा प्रत्येक शाखा एक दाने में समाप्त होती है इस दाने को हस्क सहित (Grain with Husk) को धान (Paddy) कहते है धान से हस्क या छिलका हटाकर चावल प्राप्त किया जाता है भारत में चावल की अनेक किस्म (वेरायटीज) होती है
चावल का पौधा (Rice plant) एक उष्ण नम (Hot moist) प्रदेशों (Tropics) का पौधा है चावल की अच्छी उपज के लिए डेल्टा एवं बाढ़ ग्रस्त वाले वर्षा जे क्षेत्र (Monsoon regions) अधिक उपयुक्त है इनके लिए खेत को जोतकर धान बो (sown) दिए जाते है तथा जब पौधा 9, 10 इंच का हो जाता है तब इन्हें जड़ सहित उखाड़ कर खेत में बैठा या रोप दिया जाता है
तरुण पौधे (Yought plants) पानी में ढंके रहने चाहिए और बाद में पानी गति में रहना चाहिए इसके बाद जब पौधे परिपक्व या पकने लगे, तब खेत से पानी निकालकर उन्हें सूखने देना चाहिए फसल के पकने पर इसकी कटाई (Harvested) हसियो से की जाती है इस प्रकार इनसे धान (Paddy) प्राप्त होता है जो छिलके या हस्क द्वारा ढँका रहता है यह हस्क अथवा छिलका मशीनों से अलग करके चावल प्राप्त कर लिया जाता है
सबसे ज्यादा चावल चीन, भारत, जापान,जावा और भारतीय समुद्री द्वीपों में उगाया जाता है हमारा भारत देश चावल की खेती का प्रमुख केंद्र है हमारे भारत में Chawal मुख्य रूप से बिहार, मद्रास, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, आसाम, पश्चिमी बंगाल महाराष्ट्र और पंजाब में उगाया जाता है हमारे देश भारत में लगभग 78 लाख एकड़ में चावल की खेती होती है और हर साल लगभग 27 लाख टन चावल का उत्पादन होता है
चावल (Rice in Hindi) मुख्य रूप से भोज्य पदार्थो के रूप में प्रयोग होता है चावल प्रायः पकाकर रोटी के जगह पर या रोटी के साथ प्रयोग किया जाता है Chawal का पुआल (Husk) एक महत्वपूर्ण पशुओ के खाने का पदार्थ है इसके भूसे का उपयोग हैट, जूते और अन्य वस्तुओ को बनाने और भरने में प्रयोग किया जाता है उष्ण प्रदेशो में चावल का प्रयोग नशीला पेय पदार्थ निर्माण में होता है चावल पेंचिस, डायरिया, अपचन आदि रोगों में भी उपयोगी है
चावल की उत्तम और नई किस्मे (Varieties) उत्पन्न करने के लिए विभिन्न अनुसंधान केन्द्रों (Research Centres) पर काफी कार्य हुआ बासमती 370, बासमती 217 पहली किस्मे है 1986 में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली (I. A. R. I) ने चावल की किस्म Taichung Native 1 (T. N. I.) उत्पन्न की इसके प्रत्येक पौधे से लगभग 43.1 ग्राम चावल प्रति पौधा प्राप्त होता है इसी प्रकार अन्य किस्मे A. C. 49. I. R. 8, जया सोना, रतना आदि है
दोस्तों आशा करता हूँ कि आपको Chawal (Rice in hindi) के बारे में दी गई जानकारी पसंद आई होगी यदि यह दी गई जानकारी आपको पसंद आई है तो प्लीज इसे अधिक से अधिक से शेयर कीजिये
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