दोस्तों क्या आप जानना चाहते हैं कि Drugs kya hota hai यदि हां तो यह लेख सिर्फ आपके लिए ही है क्योंकि इस लेख में हम इसकी श्रेणिया, पाया जाना, प्रभाव, उदाहरण, रोकथाम और नियंत्रण के बारे में जानेंगे, यह लेख सिर्फ शिक्षा और सूचना के उद्देश्यों के लिए प्रदान किया गया है इसलिए आपको इन ड्रग्स का सेवन बिलकुल भी नही करना है क्योकि यह आपको बीमार कर सकता है तो चलिए बिना समय बर्बाद किया शुरू करते हैं।
ड्रग्स क्या है? या Drugs kya hota hai?
दवाइयों को ही ड्रग्स कहा जाता है लेकिन यह ऐसी दवाइयां होती हैं जो किसी खास रोग के लिए इस्तेमाल की जाती है और इनका इस्तेमाल करने के लिए डॉक्टर की सलाह की जरूरत होती है लेकिन बहुत से लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए इन ड्रग्स का इस्तेमाल अपनी इच्छा अनुसार करने लगते हैं जिसके कारण इन्हें इसकी लत लग जाती है जिसे हम ड्रग एडिक्शन भी कहते हैं।
ड्रग्स को कितने श्रेणियो में बांटा गया है?
ड्रग्स को मुख्य रूप से तीन श्रेणियां में बांटा गया है।
- Opioids
- Cannabinoids
- Coca alkaloids
Opioids किसे कहते हैं? What is Opioids in Hindi?
ऐसे ड्रग्स जो हमारे मस्तिष्क, मेरुरज्जु और आहार नाल (मुख्य रूप से अमाशय और आंत) को संक्रमित करते हैं उन्हें Opioids ड्रग्स कहते हैं। Opioids इन अंगों में उपस्थित ओपियाइड्स ग्राहियो से बंध जाते हैं।
उदाहरण – मॉर्फिन, हीरोइन, स्मैक और ब्राउन शुगर।
मॉर्फिन कहां से प्राप्त किया जाता है?
मॉर्फिन, पोस्त (Poppy plant) के पौधे से निकले लेटेक्स से प्राप्त किया जाता है। इस पौधे का साइंटिफिक नाम पर पैपेवर सोम्निफेरम है। इसका इस्तेमाल पीड़ा हरने के लिए किया जाता है मान लेते हैं कि जब किसी का एक्सीडेंट हो जाता है और उसे बहुत ही तेज दर्द होता है तो उस दर्द वाले भाग में इस मॉर्फिन का इंजेक्शन लगा दिया जाता है जिससे वह भाग शून्य हो जाता है। जिससे उस व्यक्ति को दर्द का महसूस नहीं होता है।
इसका उपयोग सर्जरी करने के लिए भी किया जाता है। मॉर्फिन एक बहुत ही शामक (सेडेटिव) और पीड़ाहर होता है। एक्चुअली यह कुछ इस तरह काम करता है कि इस मॉर्फिन को जिस भाग में लगाया जाता है उस भाग से तंत्रिका तंत्र के पास जाने वाले संदेशों को रोक देता है।
स्मैक या हिरोइन क्या है। What is Smack or Heroin?
हीरोइन को ही स्मैक कहा जाता है यह हीरोइन रासायनिक रूप से डाइएसिटिल मॉर्फिन है जो सफेद रंग का गंधहीन तीखा रवेदार यौगिक होता है। मॉर्फिन का डाईएसीटिलीकरण करके स्मैक को प्राप्त किया जाता है। इस स्मैक को लोग नाक के द्वारा तेजी से सांस लेकर और इंजेक्शन के द्वारा लेते हैं। यह व्यक्ति के शरीर के कार्यों को धीमा कर देता है क्योंकि यह एक अवसादक (depressant) होता है।
Cannabinoids किसे कहते है?
यह एक रसायनों का ग्रुप है जो मुख्य रूप से मस्तिष्क को प्रभावित करता है। इसका इस्तेमाल सांसों के द्वारा और मुख से खाकर भी किया जाता है। यह हमारे हृदय वाहिका तंत्र को भी प्रभावित करते हैं। ये हमारे हृदय दर को बढ़ा देते हैं।
यह कैनेबिस सैटाइवा पौधे के पुष्पक्रम से प्राप्त किए जाते हैं।
उदाहरण भांग के फूलों के शीर्ष और पत्तियों के अलग-अलग संयोजन से मैरिजुआना, चरस, गांजा और हशीश बनते हैं।
Coca alkaloids or cocaine (crack) किसे कहते हैं?
यह कोका पादप एरिथ्रोजाइलम कोका से प्राप्त किया जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है। यह करता क्या है देखिए अगर कोई व्यक्ति कोकीन का इस्तेमाल कर लेता है तो वह अपने आप को बहुत ही पावरफुल समझने लगता है उसको भ्रम (हैलूसिनेसन) हो जाती है और यह तब होता है जब वह कोकीन को अत्यधिक मात्रा में ले लेता है। कुछ और भी पौधे हैं जिनमें भ्रम पैदा करने का गुण होते हैं। जैसे – एटोफा बेलेडोना और धतूरा।
यह कोकेन करता क्या हमारे शरीर में एक तांत्रिका से दूसरे तंत्रिका में संदेश को जाने रोकने का काम डोपामाइन नामक तंत्रिकीय हार्मोन करता है और यह कोकेन इस डोपामाइन को ही हटा देता है जिससे तंत्रिकाओं से लगातार संदेश जाने लगती है और ऊर्जा का निर्माण होने लगता जिससे व्यक्ति को शरीर में ऊर्जा वृद्धि का आभास होने लगता है। इससे तंत्रिका तंत्र पर एक जबरदस्त उद्दीपक (stimulating) का असर पड़ता है जिससे व्यक्ति को सुखाभास (यूफोरिया) होने लगता है।
इसे तेजी से सांस के द्वारा खींच कर ली जाती है और यह शरीर को stimulate करता है जिससे शरीर में सुख का आभास महसूस होता है। कोकेन को कोक या क्रैक भी कहा जाता है।
जब कोई व्यक्ति डिप्रेशन और अनिद्रा (इनसोम्निया) जैसे मानसिक रोग से ग्रस्त हो जाता है तो उसे बर्बिट्यूरेट एम्फेटेमीन और बेंजोडायजेपीन जैसे ड्रग्स उनकी सहायता करने के लिए औषधीय के रूप में दिए जाते हैं। लेकिन जब लोग इस औषधि को चिकित्सा के अलावा दूसरे मतलब से उपयोग करने लगते हैं तो यह व्यक्ति के शारीरिक मानसिक और कार्यिक पर दुष्प्रभाव डालने लगता है।
धूम्रपान (Smoking) –
मनुष्य तंबाकू का इस्तेमाल 400 वर्षों से भी अधिक समय से करते आ रहे हैं। इस तंबाकू को लोग पीते हैं चबाते हैं और सूंघते भी हैं। तंबाकू में निकोटिन नामक एक हानिकारक रासायनिक पदार्थ पाया जाता है जो कैंसर जैसे बीमारी को उत्पन्न करता है।
जब कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है यानी कि सिगरेट या बीड़ी पिता है तो उससे निकला हुआ धुंआ उसके फेफड़े में जाता है उस धुंए में निकोटिन होता है जो गैसों के आदान-प्रदान के दौरान उसके रक्त में चला जाता है और रक्त से होते हुए उसके किडनी के ऊपर जो एड्रिनल ग्रंथि होती है उसमें चला जाता है और उस ग्रंथि से एड्रिनलीन और नॉर एड्रिनलीन निकलवाता है। यह दोनों हृदय स्पंदन दर और ब्लड प्रेशर को बढ़ा देती हैं।
ज्यादातर लोग धूम्रपान show of करने के लिए और निद्रा को भगाने के लिए करते हैं। यह एक बुरी आदत है।
धूम्रपान करने से फेफड़े का कैंसर ब्रोंकाइटिस, एम्फिसिमा, गले का कैंसर, हृदय रोग जैसे बीमारियां होती हैं। इतना ही नहीं तंबाकू को चबाने से मुख का कैंसर होने का खतरा बना रहता है। धूम्रपान करने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी भी हो जाती है।
शुरू में लोग इसका उपयोग मित्रता या दोस्ती में कर लेते हैं लेकिन बाद में इसका लोगों को लत लग जाती है और धीरे-धीरे परेशानियों से बचने के लिए इस पर निर्भर हो जाते हैं और जब यह नहीं मिलता है तो पेट, सर में बहुत ही तेज से दर्द होता है जिसके कारण इन्हें फिर से उस ड्रग्स अल्कोहल या धूम्रपान का उपयोग करना पड़ता है।
ड्रग्स / अल्कोहल कुप्रयोग के प्रभाव
जब कोई व्यक्ति ड्रग्स या अल्कोहल का सेवन अधिक मात्रा में कर लेता है तो उसका श्वसन पात, हृदय घात, ब्रेन हेमरेज या उसकी मृत्यु भी हो सकती है।
रोकथाम और नियंत्रण
- अपने मित्रों या रिश्तेदारों के दबाव पर भी इनका सेवन न करें।
- इन चीजों के बारे में ज्यादा ज्यादा जानकारी और परामर्श लें।
- अपने माता-पिता और समकक्षियों से सहायता लेंना।
- अगर आपको ऐसी बीमारी लग रही है तो तुरंत आपको डॉक्टर से सहायता लेना चाहिए।
ध्यान दें – यह लेख सिर्फ शिक्षा और सूचना के उद्देश्यों के लिए प्रदान किया गया है अतः आपको इन ड्रग्स का सेवन बिलकुल भी नही करना है क्योकि यह आपको बीमार कर सकता है।