कवक एक बहु कोशिकीय जीव है जो अपना पोषण सड़े - गले पदार्थो से प्राप्त करते है।
कवक में लैंगिक जनन और अलैंगिक जनन दोनों प्रकार का होता है।
कवक को चार समूह में विभाजित किया गया है
जिनमे से एक समूह में लैंगिक जनन नही पाया जाता है जिसका नाम ड्यूटेरोमाईसीटिज है।
कवक के मुख्य लक्षण -
कवक का अध्ययन Mycology कहलाता है।
कवक जगत को R.H. Whittakar ने प्रस्तुत किया था।
कवक मृतोपजीवी होते है यानि की ये सड़े - गले या मृत पदार्थो से अपना पोषण प्राप्त करते है। इन्हें अपघटक भी कहते है क्योकि ये सड़े - गले पदार्थो का अपघटन कर देते है।